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Showing posts from May, 2024

LET GO...

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धीरे-धीरे हम लोग उम्र के उसे दौर में आ गए हैं जहां हम बहुत कुछ खो चुके हैं...खो चुके हैं उन्हें जिन्हें हम बहुत चाहते थे जो एक वक्त हमारे थे हमें चाहते थे, हम खो चुके हैं अपने सबसे प्यारे खिलौने, सबसे पसंदीदा ड्रेस, सबसे प्यारा दोस्त और सबसे अज़ीज़ प्यार लेकिन सब कुछ खो देने के बाद भी हम आगे बढ़ गए बहुत सारा grief बहुत सारा pain अपने अंदर समेटे हुए। हमने अपने मन के भीतर इनकी तह लगा रखी हैं, याद नहीं करना चाहते फिर भी सब कुछ याद है और रोज़ यह सब खुद को समझाते हुए भी हम मुस्कुराते हैं और पूरी कोशिश करते हैं कि यह किसी को भी ना पता चले की हमने क्या-क्या खो दिया है। हम हार गए हैं लेकिन हारे हुए दिखाना नहीं चाहते। अब हम let go के एक्सपर्ट हो गए हैं लेकिन चली गई चीजों का सम्मान हमने उसी जगह पर बनाए रखा है। उम्र के उस दौर में आ चुके हैं जहां किसी चीज़ का चले जाना अब ज्यादा परेशान नहीं करता क्योंकि शायद उस बेचैनी को उसकी तकलीफ़ की सारी हदें हम पार कर आए हैं, अब ऐसा लगता है कि खोने के लिए हमारे पास कुछ भी नहीं है और फिर भी हम रोज़ सब कुछ खोने के लिए तैयार बैठे हैं। अब पहले जैसा कुछ भी शायद हमें न...

पिताओं को भी हैप्पी मदर्स डे

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आज हर चीज के लिए दिन और समय निश्चित है आप चाहे साल भर अनकंडीशनली प्रेम निभायें, भावना लुटायें, अपने दायित्वों को पूरा करें लेकिन उन सब का मूल्यांकन और उनकी प्रोग्रेस रिपोर्ट इसी एक निश्चित दिन ही सौंप जाएगी। वैसे मेरा इन दिवसों के प्रति ना कभी विरोध रहा है ना कोई विशेष उत्साह, क्योंकि हम एक सामाजिक संरचना में बंधे हुए हैं तो चाहें या ना चाहें हम इन सब का हिस्सा अनायास ही बन जाते हैं। आज मदर्स डे है क्योंकि मातृ दिवस जैसा तो कभी इतिहास में कुछ रहा नहीं... शायद मां को परिभाषित करना इस संसार का दुरूह विषय है। जहां तक मैंने जाना और समझा है मां बनना जितना शारीरिक रूप से कठिन है उससे ज्यादा कठिन है मानसिक और भावनात्मक रूप से मां बनना, शायद बहुत सी पत्नियां इसीलिए पत्नी बनी रहना चाहती हैं क्योंकि अब वह एक मां हैं। शारीरिक रूप से मां बनने के बाद 6 महीने में कष्ट भूलने लगता है लेकिन मानसिक और भावनात्मक स्तर पर रोज़, हर पल नई चुनौतियों के लिए न जाने कितने युद्ध खुद से ही लड़ने पड़ते हैं। आप एक-दो रात ना सोएं तो यह चिड़चिड़ाहट हर किसी पर ज़ाहिर हो जाती है लेकिन महीनों ढंग से ना सोई मां रातों को ज...